महिला दिवस महिला दिवस
अरे अखबार बेचकर लोगों ने खाई है रोटी कौन कहता है कागज से कमाई नहीं होती अरे अखबार बेचकर लोगों ने खाई है रोटी कौन कहता है कागज से कमाई नहीं होती
जो मेरा विरोधी है वो राष्ट्रद्रोही है सी.बी.आई. मेरी है आई .बी.मेरी है योजना आयोग मेरा ... जो मेरा विरोधी है वो राष्ट्रद्रोही है सी.बी.आई. मेरी है आई .बी.मेरी है ...
बहुत सुकून है शांति है और इसी से मेरी खिलती मुस्कान है। बहुत सुकून है शांति है और इसी से मेरी खिलती मुस्कान है।
तुम्हें पता नहीं तुम उदास हो ज़रूर ना जाने क्यों मुझे ये एहसास होता आज चाँद का इंतज़ार ना करो अमाव... तुम्हें पता नहीं तुम उदास हो ज़रूर ना जाने क्यों मुझे ये एहसास होता आज चाँद का...
शादी कर के छोड़ा बाबुल का आँगन और फिर बदला वो नाम जो बचपन से था तुम्हारी पहचान, ससुराल के नए परिवार म... शादी कर के छोड़ा बाबुल का आँगन और फिर बदला वो नाम जो बचपन से था तुम्हारी पहचान, स...